विदिशा। आरईएस के कार्यपालन यंत्री शरद तंतुवाय के विरुद्ध डॉक्टर से अभद्रता करने के मामले में आज तक कोई कार्रवाई ना होना चर्चा का विषय बन गया है। इस मामले में सीएमएचओ से लेकर अन्य वरिष्ठ अफसरों ने चुप्पी साध ली है।
विगत दिनों जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ दिनेश कुमार शर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मामले में रुचि ना लेने पर कलेक्टर से लिखित शिकायत कर उक्त अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने अधिकारी को तत्काल निलंबित कर विदिशा से हटाने की मांग की थी। लेकिन आरईएस के कार्यपालन यंत्री पर आज तक कोई कार्रवाई ना होना कई चर्चाओं को जन्म दे रहा है।
जिला टीकाकरण अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा द्वारा की गई शिकायत के अनुसार- 29 अप्रैल को उन्हें अधिकृत सूचना प्राप्त हुई थी कि सुआखेड़ी के पास एक महिला तीन बच्चों के साथ बैठी हुई है। जिसकी स्क्रीनिंग कराई जाकर उसे एसएटीआई कॉलेज में कोरेन्टाइन किया जाए।
डॉक्टर शर्मा ने कहा कि वे 108 एंबुलेंस से महिला व बच्चों की स्क्रीनिंग कराकर रात 10:00 बजे एसएटीआई कॉलेज पहुंचे और एक घंटा तक इंतजार किया। इसके बाद मैंने एसडीएम साहब से महिला को स्थान देने के लिए अनुरोध किया तो वहां मौजूद आरईएस के कार्यपालन यंत्री शरद तंतुवाय ने पूरे स्टाफ के सामने ऊंची आवाज में अभद्रता करते हुए मुझसे कहा कि “तुम कौन होते हो हमारे होते हुए महिला को क्वॉरेंटाइन सेंटर में अंदर करवाने वाले किसके आदेश से इनको उठाकर लाए हो हम सुबह से परेशान हैं और तुमको जल्दी हो रही है”। आरईएस के अधिकारी शरद तंतुवाय के इस प्रकार के बेरुखीपूर्ण व्यवहार और अभद्रता से डॉक्टर शर्मा बेहद दुखी व हतप्रभ हो गए।
डॉक्टर शर्मा का कहना है कि उन्होंने महिला व बच्चों की स्थिति को देखते हुए मानवता के नाते उन्हें क्वॉरेंटाइन करने का आग्रह किया था, इसमें उनका कोई व्यक्तिगत हित नहीं था। इसके बावजूद उनके साथ अभद्र व्यवहार होना बेहद आपत्तिजनक है। डॉ शर्मा का कहना है कि मैं कोरोना महामारी के विरुद्ध जिले में चल रहे अभियान में पहले दिन से आवश्यक निर्देशों का पालन करते हुए पूरे दिन रात लगा हुआ हूं। कोरोना प्रकोप के दौरान चिकित्सीय सेवाएं देने के कार्य में लगे चिकित्सकों के साथ अच्छे एवं संयमित व्यवहार की आशा की जाती है। लेकिन उक्त अधिकारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार से जिले में कार्यरत समस्त चिकित्सक एवं कर्मचारी बहुत दुखी एवं रोष में हैं।
कलेक्टर ने मामले की जांच की बात कही थी
इस मामले में एमपी धमाका ने कलेक्टर डॉ पंकज जैन से चर्चा की तो उन्होंने कहा था कि शिकायत आई है जो एकपक्षीय है। मामले की जांच कराई जा रही है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। लेकिन जांच में क्या हुआ अब तक पता नहीं चल पाया है।
वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र सोनकर ने डॉक्टर दिनेश कुमार शर्मा के साथ अभद्रता की निंदा करते हुए कार्यपालन यंत्री शरद तंतुवाय को सस्पेंड कर विदिशा से हटाने की मांग की थी। लगता है मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।