बहन से छेड़छाड़ करने पर युवक की कुएं में फेंककर की हत्या, पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश

 

विदिशा। थाना शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम बींज में 2 मई को सुबह कुछ लोगों द्वारा एक अज्ञात लाश ठाकुर बना के कुएं में तैरती हुई देखी गई। पुलिस ने 3 दिन में अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

 

कुएं में लाश होने की पुलिस को सूचना प्राप्त होने पर घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केएल बंजारे सहित, एसडीओपी लटेरी व वैज्ञानिक दल के प्रभारी श्री श्रीवास्तव को दी गई। 

 

पुलिस दल द्वारा मौके के मुआयने पर पाया गया कि लाश गांव के गुलाब वाल्मीकि नामक 20 वर्षीय युवक की है, लाश को पत्थर से बांधकर कुएं में डुबोना पाया गया, प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा था कि शव को पानी में डुबोकर लाश को छुपाने के लिए, पत्थर से बांधकर पानी में डाला गया है। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर कर जांच आरंभ की गई तो पाया गया कि मृतक के घर मेहमान आए मृतक की भाभी के भाई द्वारा 29 अप्रैल को रिपोर्ट लिखाई थी कि लैट्रिन जाते समय कुछ लोगों ने हमला कर दिया। जिससे स्वयं अजय घायल हुआ व मृतक गुलाब मौके से भाग गया था। परंतु पुलिस को जांच में अजय द्वारा बताई गई कहानी फर्जी लगी क्योंकि अजय द्वारा चोटों से घायल होकर स्वयं का रात भर घटना स्थल पर पड़े होना बताया था। परंतु उसे चोटें कम थी, वह भी फर्जी स्वयं की बनाई हुई प्रतीत होती थी। 

इसी बात को आधार बनाकर पुलिस द्वारा गहन विवेचना की गई तो, अजय स्वीपर द्वारा पूर्व में दिनांक 29 को लिखाई गई रिपोर्ट झूठी पाई गई । पुलिस द्वारा अथक परिश्रम करते हुए लगातार जांच करने पर पाया कि, आरोपी अजय स्वीपर द्वारा मृतक गुलाब स्वीपर को अपनी बहन के साथ छेड़छाड़ का प्रयास करते देख लिया गया था। इसी बात पर से जब 28 अप्रैल की शाम दोनों साथ लैट्रिन करने गए थे और कुएं के पास बैठे थे दोनों के बीच विवाद हुआ और इसी विवाद में कुएं के पास झूमा झटकी होने पर अजय स्वीपर ने गुलाब को कुएं में धकेल दिया  व कुएं के नीचे उतर कर पत्थर से गुलाब स्वीपर को रस्सी से बांधकर शव को डुबोने छुपाने के इरादे से कुएं के पानी में गहराई  में डाल दिया गया। रात भर इधर-उधर भटकता रहा व अगले दिन 29 मई को वापस घर आया। परिवार जनों को झूठी कहानी बताई कि कुछ लोगों द्वारा इनके साथ मारपीट की गई व गुलाब मौके से भाग गया, स्वयं घायल होकर वहीं डैम के पास पड़ा रहा। परंतु पुलिस द्वारा लगातार पूछताछ करने पर अजय की झूठी कहानी टिक नहीं पाई और सच्चाई सामने आ गई। आखिरकार अजय स्वीपर ने स्वीकार किया कि मृतक गुलाब द्वारा बहन के साथ छेड़छाड़ का प्रयास करते देख लेने पर अजय को समझाने पर हुए विवाद के दौरान उसके द्वारा मृतक गुलाब की हत्या की गई। पुलिस द्वारा विश्वसनीय साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। अजय स्वीपर को गिरफ्तार कर जेल गंजबासौदा भेजा गया है। 

 

प्रकरण में पुलिस अधीक्षक विदिशा विनायक वर्मा द्वारा प्रकरण में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश देते हुए एडिशनल एसपी केएल बंजारे तथा एसडीओपी लटेरी के निर्देशन में थाना प्रभारी शमशाबाद अजय दुबे के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जिसमें एसडीओपी लटेरी के निर्देशन में प्रधान आरक्षक अभिषेक चतुर्वेदी एवं आरक्षक अमित मिश्रा को विशेष रूप से शामिल करते हुए उपनिरीक्षक सुनील चतुर्वेदी सहायक उपनिरीक्षक बहादुर सिंह यादव को शामिल किया गया। टीम द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से सतत निर्देश एवं मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए प्रयास कर इस अंधे कत्ल के सनसनीखेज मामले का 3 दिन में खुलासा करने में सफलता प्राप्त की गई।