दीपक तिवारी
विदिशा। कोरोना संक्रमण की महामारी के बीच विदिशा विधायक शशांक भार्गव प्रशासन की व्यवस्थाओं से असंतुष्ट होकर मुख्यमंत्री के साथ ही विदिशा कलेक्टर को पत्र लिख रहे हैं।
एक पत्र में विधायक श्री भार्गव ने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर असंतोष जताते हुए कहा है कि शहर के सभी प्राइवेट नर्सिंग होम्स और डिस्पेंसरी को तत्काल खोला जाए, जिससे लोगों को राहत मिल सके और जिला अस्पताल पर दबाव कम हो सके।
विधायक श्री भार्गव की शिकायत से स्पष्ट होता है कि शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम्स और डिस्पेंसरी संचालक कोरोना के डर से मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं। मरीजों को प्राइवेट नर्सिंग होम्स द्वारा कितना लूटा जाता है। यह किसी से छुपा नहीं है। लेकिन अब संकट के दिनों में प्राइवेट डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए हैं।
इस ओर स्वास्थ्य विभाग को ध्यान देना चाहिए लेकिन स्वास्थ विभाग के जिम्मेदार अधिकारी शिकायतें मिलने के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं।
इस संबंध में एमपी धमाका ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि मुझे विधायक जी की शिकायत का पता नहीं है, लेकिन नामजद शिकायत की जाए तो उस नर्सिंग होम्स का लाइसेंस जीवन भर के लिए निरस्त कर दिया जाएगा।
सीएमएचओ डॉक्टर अहिरवार ने कहा कि इस संबंध में शहर के सभी नर्सिंग होम्स संचालक और डिस्पेंसरी संचालकों को लिखित में निर्देश जारी किए गए हैं। एमपी धमाका द्वारा पत्र की कापी मांगे जाने पर सीएमएचओ ने कहा कि किसी भी नर्सिंग होम पर स्वास्थ विभाग का पत्र देख सकते हैं।