विदिशा (दीपक तिवारी)। जिले में कोरोना संक्रमण के 13 मरीज मिलने के बाद प्रशासन द्वारा एहतियाती कदम उठाए गए हैं लेकिन लाकडाउन में बैंकों के सामने लग रहा मजमा प्रशासन की मेहनत पर पानी फेर सकता है? इस और जिम्मेदारों को ना केवल ध्यान देने की जरूरत है बल्कि सख्त कदम भी उठाने होंगे तभी कोरोना की जंग जीती जा सकेगी।
13 अप्रैल को गंजबासौदा, नटेरन आदि इलाकों में बैंकों के सामने भारी भीड़ उमड़ने की तस्वीरें सोशल मीडिया की सुर्खियों में रहीं। जबकि कर्फ्यू के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है तभी कोरोना के कहर की चैन पर रोक लग पाएगी। लेकिन इन सबसे अनजान लोग नियमों को तोड़ने पर आमादा हैं।
लोगों को शारीरिक दूरी बनाए रखने के बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद बैंकों में भीड़ उमड़ रही है। 13 अप्रैल को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा नटेरन के साथ गंज बासौदा की विभिन्न बैंकों में उमड़ी भीड़ सारे नियमों को सिरे से तोड़ती नजर आई।
जबकि कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन और एसपी विनायक वर्मा के नेतृत्व में सारा अमला कोरोना की जंग में दिन रात एक कर रहा है।
लेकिन कुछ लोग कोरोना के कहर से बेपरवाह तालाबंदी के नियमों को तोड़ते हुए भीड़ लगा रहे हैं। इसको बैंक प्रबंधन के साथ-साथ समाजसेवियों को भी गंभीरता से लेने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंस (शारीरिक दूरी) के नियमों को ताक पर रखने के इस तरह के नजारे जिले में कई जगह देखने को मिल रहे हैं।
इस संबंध में कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि नटेरन की सूचना मिलने पर वहां शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करवा दिया गया था वहीं अन्य क्षेत्रों में भी सावधानी बरती जाएगी।
कोरोना का कहर: कहीं प्रशासन की मेहनत पर पानी ना फेर दे बैंकों में उमड़ रही भीड़?