विदिशा। जिले में समर्थन मूल्य पर रबी उपार्जन कार्य 15 अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए जारी निर्धारित मापदण्डों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा संबंधितों को दिए गए हैं।
प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर सोशल डिस्टेन्सिग का पालन किया जाएगा जिसमें मास्क अथवा चेहरे पर गमछा या रूमाल बांधकर आना आवश्यक होगा। किसानों से आग्रह किया गया है कि एसएमएस के माध्यम से सूचना प्राप्त होने पर उपार्जन केन्द्र पर उपस्थित हों। ऐसे किसानबंधु उपार्जन केन्द्र पर ना आएं जिन्हें एसएमएस प्राप्त नहीं हुए है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने राज्य शासन के निर्देशानुसार समितियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि उपार्जन केन्द्र पर केवल एसएमएस प्राप्त किसानों से ही उपज की तौल की जाए ताकि केन्द्र पर अधिक भीड़ न हो। एक उपार्जन केन्द्र पर गेहूं की तुलाई हेतु प्रारंभ में 06 किसानों को एसएमएस प्रतिदिन प्रेषित किए जाएंगें, जिसमें प्रथम पाली (समय सुबह 10 बजे से 01-30) 03 एवं द्वितीय पाली (समय अपरान्ह 02 से 05-30) में 03 किसानों की उपज की तौल की जाएगी।
लघु एवं सीमांत कृषकों को प्राथमिकता देते हुए एनआईसी भोपाल द्वारा एसएमएस प्रेषित किये जाएंगे। एसएमएस प्राप्त किसानों के नाम एवं मोबाइल नंबर उपार्जन केन्द्र के लॉगिन में प्रदर्शित कराये गये हैं। उपार्जन केन्द्र प्रभारी द्वारा एसएमएस प्राप्त किसानों के मोबाइल पर फोन कर उपज विक्रय करने तथा केन्द्र पर अकेले उपस्थित होने एवं वृद्ध बच्चों/अस्वस्थ जनों को उपार्जन केन्द्र पर न लाने की सूचना देंगे। ग्रामीण क्षेत्र के उपार्जन केन्द्र प्रभारियों द्वारा एसएमएस प्राप्त किसानों की सूची पटवारी/पंचायत सचिव/रोजगार सहायक को उपलब्ध कराई जावे तथा उनके माध्यम से एसएमएस प्राप्त किसान ही उपज विक्रय करने हेत् उपार्जन केन्द्र पर आवें, एवं शेष किसानों को एसएमएस प्राप्त होने पर ही उपज विक्रय करने हेतु उपार्जन केन्द्र पर जाने की समझाइश दी जावे। उपार्जन केन्द्रों पर जाने हेतु मात्र उन किसानों को ही अनुमति दी जाएगी, जिनके मोबाईल पर खाद्य विभाग द्वारा उस दिन आने की सूचना भेजी गई हो। उपार्जन केन्द्रों पर जाने के मार्गों पर पुलिस प्रशासन द्वारा जांच की जाएगी।यदि किसी कारण से कृषक निर्धारित तिथि को उपार्जन केन्द्र पर नहीं पहुंच पाते है, तो उन्हें शीघ्र ही पुनः अवसर दिया जावेगा।
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि उपार्जन केन्द्र निर्धारित समय एवं नियमित रूप से संचालित करें, ताकि किसान को अपनी उपज की तौल हेतु अधिक समय तक केन्द्र पर इंतजार न करना पड़े। उपार्जन केन्द्र पर आने वाले किसानों तथा केन्द्र पर कार्यरत कर्मचारियों के मध्य न्यूनतम 3 मीटर की दूरी बनाए रखने हेतु अवगत कराया जाए। गुणवत्ता, परीक्षण एवं कृषक तौल पर्ची/बिल जारी करने वाले कर्मचारियों/आपरेटर के पास एक समय में एक से अधिक किसान उपस्थित न हो। इसके लिये काउंटर के सामने 3-3 मीटर की दूरी पर चूने के गोले बनाए जाएं। गुणवत्ता परीक्षक, नोडल अधिकारी, उपार्जन प्रभारी, आपरेटर एवं हम्मालों द्वारा मास्क का उपयोग आवश्यक रूप से किया जावे तथा इनके हाथ सेनेटाइजर अथवा साबुन से समय-समय पर साफ कराए जाएं।
जिले में उपार्जन कार्य कल से, एसएमएस से मिलेगी किसानों को सूचना